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६६ श्रवणबेल्गोल और दक्षिण के अन्य जैन-तीर्य अवस्था मे है । गर्भगृह मे अढ़ाई फुट की खड्गासन मूर्ति है। कुछ खडित मूत्तियाँ भी है। साणेहल्लि
यह ग्राम श्रवणबेलगोल से तीन मील पर है। यहाँ एक ध्वस्त जैन मदिर है। इसे गगराज की भावज जक्किमब्वे ने निर्माण कराया था।