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________________ (२७) (११) प्रश्नः परू वाडिया, मास, ऋतु, अयन और वर्ष किस को कहते हैं ? ' उत्तरः पंदर दिन का एक पखवाड़ीया होता है, दो पखवाड़ीया का एकमास होता है, दो मास की एक ऋतु, तीन ऋतु का एक अयन व दो अयन का एक वर्ष होता है । (१२) प्रश्नः एक साल की ऋतु कितनी होती है। उचरः छः १ हेमंत २ शिशिर ३ वसंव४ ग्रीष्म ५ वर्षाव ६ शरद । (१३) प्रश्नः पूर्व किसको कहते हैं । उचरः चोराशी लाख वरस का एक पूर्वांग व · चौराशी लाख पूर्वीग का एक पूर्व होता है _(एक पूर्व के सतर लाख छपन हजार वर्ष होते हैं) (१४) प्रश्नः पल्योपम किसको कहते हैं । उत्तर: असंख्याता पूर्व का एक पल्योपम होता है। (१५) प्रश्नः सागरोपम किसको कहते हैं । उत्तरः दश कोड़ा कोड़ी पल्योपम का एक सागरोपम होता है। (१६) प्रश्नः कालचक्र मायने क्या ?! - उत्तरः दश कोडाकोड़ी सागरोपम का एक अव * अयन मायने सूर्य का उत्तर या दक्षिण जाना। : पल्योपम की व सागरोपम की विशेष समज यहां विस्तारभय से दीगई नहीं है. क्रोड़ को क्रोड़ गुना करने से क्रोडाकोड़ी होता है. - -
SR No.010488
Book TitleShalopayogi Jain Prashnottara 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDharshi Gulabchand Sanghani
PublisherKamdar Zaverchand Jadhavji Ajmer
Publication Year
Total Pages85
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size3 MB
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