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[१५] GEO (Js.)=sta AS (S. E. Series, Vols. XXII & SLV):
जम्बू• जम्बूकुमार चरित (माणिकचन्द्र प्रन्धमाला, बम्बई): जसाई-प्रो०एस० बार शर्मा कृत जैनीम इन साउथ इंडिया। टॉरा =टॉडसा• कत राजस्थानका इतिहास वेटेश्वर प्रेस ।
डिजवा०= ए डिक्शनरी नाफ जैन बायोग्रंकी ' श्री उमरावसिंह टॉक (बारा)।
सक्ष ='ए गाइड टू तक्षशा '-सा जान माशल (१९१८)। तत्वार्थ =तत्वार्थाधिगमसुत्र श्री उमास्वाति S. R.J. Vol.1
तिप= तिल्लोय पण्णत' श्री यति वृषभाचार्य (बेन हितैषी मा० १३ अंक १२)।
दिजे०='दि० जैन मासिक पत्र सं० श्री. मचन्द किसनदास कापड़िया (सूरत)।
दीनि= 'दीघनिकाय' ( P. T. S. ) नाच-नायकुमार चरिउ ( माणिकचंद्र ग्रंथमाला, बम्बई )। fre=रिशिष्ट पर्व-श्री हेमचन्द्राचार्य । प्राजिलेसं० पाचीन जन लेख संग्रह कामतःप्रमाद जन (वर्धा)। प्रसाचनसार, प्रा० ए०एन० उपाध्ये द्वारा संपादित बंबई ।
बवित्रो जस्मा अंगाल, बिहार, ओडीसा न स्मारक-पी. ब्रह्मचारी शीतळप्रसादजी (सात)।
बजेस्मा गई प्रांतके प्राचीन जैन स्मारक ब्रशीतळप्रसादनी। बु०-बुद्धिष्ट इंडिया प्रॉ. होस डेविड्म ।
बुस्ट-बुद्धिस्टिक स्टडीन, डॉ. विमाचरण लाद्वारा संपादित सकता।