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सौ. सविताबाई सारक प्रग्यमाला नं.२.
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संक्षिप्त जैन इतिहास
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द्वितीय भाग। (प्रथम खंड)।
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लेखक:श्रीमान् वा कामताप्रसादनी जैन एम. आर ए. एस.,
ऑन० सम्पादक-'वीर' और 'भगवान महावीर' 'भगवान पार्श्वनाथ', 'सत्यमार्ग', 'लॉर्ड महावीर
महाराणी चलनी इत्यादि ग्रंयाँके रचयिता।
प्रकाशक:मूलचन्द किसनदास कापड़िया, मालिक,
दिगम्बर नैनपुस्तकालय, कापड़ियाभवन-सूरत । +++ ++ttttttttttttt+++++++ १० सविताबाई, सौ. धर्मपत्री मूलचन्द किसनदास कापडिया स्मरणार्य "दिगम्बर जैन " के
२५ वर्षके माहकोंको भेंट।
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प्रथमावृत्ति]
[प्रति १०००
वीर सं० २४५८ __ मूल्य-०१-१२-०.