________________
" जैनी:-क्या, राजा में चोरों के रोकने की शक्ति नहीं है ?.. ... . : ...
आरियाः-शक्ति तो है; परन्तु राजा के परोक्ष चोरी हुआ करती है. ..
“जैनीः-यदि राजा को किञ्चित् मात्र जी समाचार मिले, कि चोर चोरी करेंगे वा कर रहे हैं, तो राजा चोरी करने देवे वा नहीं ? ... आरियाः कदाचित् जी नहीं.
जैनी:-तो क्या करे ?
आरियाः-यदि राजा को प्रतीत (मासम) हो जावे कि मेरे नगर में चोर आए हैं वा चोरी कर रहे हैं अथवा करेगें, तो राजा उनका प्रथम ही यत्ल कर देवे अर्यात् जमानत ले लेवे किंवा कैद कर देवे, इत्यादिक. ... जैनी: यदि राजा ऐल्ला प्रबन्ध (इन्तियाम् ). न करे अर्थात् प्रथम तो चैनसे चोरी कर लेने देवे और फिर दक देने को