SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 285
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ लघु जैन सिद्धान्त प्रवेशिका पृष्ठ १०५ * मूल्य ०-१९ [ तीसरी आवृत्ति ] शाखाधार सहित और संक्षेप में खास प्रयोजनभूत तत्वज्ञान की जानकारी के लिये उत्तम मार्गदर्शक प्रवेशिका है। 'जैन बाल-पोथी [ सचित्र ] पृष्ठ ३२ * मूल्य ०-२५ जिसमें ४८ सुन्दर चित्रों के माध्यम से मूल प्रयोजनभूत तत्त्वज्ञान समझाया गया है । इसे बालक बड़े प्रेम से पढ़ते है। अनेक भाषाओं में छप चुकी है। कई बार पांच हजार प्रतियें छप चुकी हैं। खास तौर से बालकों के लिये धर्म में रुचि पैदा करने के लिये उपयोगी है । धार्मिक अवसरों पर बांटना चाहिये। “वैराग्य पाठ संग्रह पृ० ३३५ * मूल्य १-२५ [ पाटनी ग्रन्थमाला से ] इसमें श्री दौलतरामजी आदि के तथा ज्ञानदर्पण, ब्रह्मविलास, बनारसीदास, समयसार नाटक के अच्छे २ काव्य हैं। भक्ति पाठ संग्रह पृष्ठ १४५ * मूल्य १-०० [पाटनी ग्रन्थमाला से ] जिसमें श्री समंतभद्राचार्य प्रादि से लेकर प्राचीन जैन कवियों की उत्तमोत्तम कृतियों का संग्रह है। पंचमेरु और नन्दीश्वर पूजन विधान पृष्ठ स० १७१ * मूल्य ०-७५ जिसमें निर्वाण कल्याणक तथा रत्नत्रयादि पूजन भी है। पंचमेरु और नन्दीश्वर विधान आदि बड़ी पूजायें हैं ।
SR No.010461
Book TitleSamyag Darshan
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKanjiswami
PublisherDigambar Jain Swadhyay Mandir Trust
Publication Year
Total Pages289
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size13 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy