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निशाना होगया । जैनमत० ॥४॥ जैनमत प्रचार हटने का नतीजा देखलो, रहम उल्फ़त छोड़कर हिंसक जमाना होगया । जैनमत० ॥५॥ झूठ चोरी और दगाबाज़ी कहां तक बढ़ गई, पाप करते आप कलजुग का बहाना होगया । जैनमत० ॥६॥ बुग्ज कीना फूट घर २ में नज़र आने लगी, वात्सल्य जाता रहा अपना विगाना होगया । जैनमत० ॥७॥ न्यायमत जैनमत की अब तो इशात कीजिये, सोते २ मोह निद्रामें ज़माना होगया। जैनमत०॥८॥
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(जुए का ड्रामा) जुआरी-आयो खेलें जुना आओ खेलें जुमा, पलमें
फकीर अमीर हुआ, आओ खेलें जुआ०॥ विरोधी-मत खेलो 'जुआ, मत. खेलो जुत्रा, पल में
अमीर फकीर हुआ, मत खेलो जु० ॥ जुएवाज़ की सुनो कहानी, मन चित लाके , भाई । द्रोपदी नारी पांडव हारे, जरा शर्म नहीं आई ।। मत
खेलो जमा० ॥१॥ जुआरी-जुआ खेला जो दुर्योधन ने, जीती पांडव नार।
एक घड़ी में वनगये यारो परनारी भरतार ।। आओ खेलें जुआ, पात्रो खेलें जुा० ॥२॥