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नेमिनाथ चरित्र
इस प्रकार सुकोशला तथा अनेक विद्याधर और भूचर राजाओंकी कन्याओंसे विवाह कर वसुदेव अब सुकोशलाकै घरमें रहने लगे और वहींपर आनन्दपूर्वक अपना समय व्यतीत करने लगे ।
सातवाँ परिच्छेद
कनकवतीसे वसुदेवका व्याह
इसी भरत क्षेत्र में विद्याधरोंके भी नगरोंको लज्जित करनेवाला पेढालपुर नामक एक नगर था । वहॉपर महाऋद्धिवान और ऐश्वर्यमें इन्द्रके समान हरिश्चन्द्र नामक राजा राज्य करते थे । उनकी पटरानीका नाम लक्ष्मीबती था। वह जैसी गुणवती थी, वैसी ही रूपवती और 'पति-परायणा भी थी । राजा हरिश्चन्द्रको वह प्राणके समान प्रिय थी ।
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