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________________ श्री नेभराज जी के भी पिताजी के नाम का पता नहीं चल सका। आपके श्री उत्तम चन्द जी एक मात्र पुत्र थे, जो मलतान मे जनरल मर्चेन्ट्स का कार्य करते थे, उनके भी एक मात्र पुत्र श्री राजकुमार जी है। पाकिस्तान बनने के बाद आप जयपुर आकर बस गये और जनरल मर्चेट्स का व्यवसार करने लगे । आपकी धर्मपत्नी का नाम लवगी वार्ड था। थोडे दिन पश्चात् आपका स्वर्गवास हो गया। आपकी फर्म का नाम नेभराज उत्तमचन्द था। श्री राजकुमार जी श्री राजकुमार जी का जन्म श्री उत्तमचन्द जी के घर मुलतान मे हुआ था। स्कूली शिक्षा के बाद आप अपने पिता के साथ व्यवसाय करने लगे। छोटी अवस्था मे ही आपके माता पिता का देहावसान हो गया। पहले कुछ समय आपने फिरोजाबाद (यू पी ) मे जाकर व्यवसाय क्यिा। फिर जयपुर आकर व्यवसाय करने लगे हैं। आपकी धर्मपत्नी का नाम कान्ता देवी था जिनका भी युवावस्था मे स्वर्गवास हो गया । आपके राकेश व अनिल दो पुत्र एव दो पुत्रिया है । श्री राजकुमार जी के पत्र श्री राकेशकुमार जी श्री राकेशकुमार भी पिता के साथ व्यवसाय करते है। उनकी धर्मपत्नी का नाम मन्जु है । आप अपने पिता के साथ 439 आदर्गनगर मे रहते हैं। अनिल अभी अविवाहित है एव शिक्षा प्राप्त कर रहे है । 169 . मुलतान दिगम्बर जैन समाज-इतिहास के पालोक मे
SR No.010423
Book TitleMultan Digambar Jain Samaj Itihas ke Alok me
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKasturchand Kasliwal
PublisherMultan Digambar Jain Samaj
Publication Year
Total Pages257
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size12 MB
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