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________________ पारख परिवार पारख परिवार में मंसाराम, भोजाराम व तीरथदास तीन भाई थे। इनके पिता के नाम का पता नही चल सका। मसाराम के कोई पुत्र न होने से उन्होने उदयकरण को गोद लिया । तीरथदास के परिवार का विवरण दिल्ली खण्ड मे दिया गया है। श्री भोजाराम जी डेरागाजीखान मे रहते थे । उनके श्री खण्डाराम जी, श्री निहालचन्द जी व श्री राजाराम जी तीन पत्र थे जिनके परिवारो का विवरण निम्न प्रकार है - श्री खण्डाराम जी श्री खण्डाराम जी का जन्म श्री भोजाराम जी पारख के घर डेरागाजीखान मे हआ था । आप सरल स्वभावी धर्मज्ञ व्यक्ति थे। आपका डेरागाजीखान मे खण्डाराम गिरधारी लाल के नाम से जनरल मर्चन्ट्स का अपने भाइयो के साथ सयुक्त व्यापार था । आपके श्री गिरधारी लाल एवं श्री हरीशचन्द्र दो पुत्र है । जयपुर मे भी आपके दोनो लडको ने उपरोक्त नाम से कटला पुरोहित जी मे जनरल मर्चेन्टस का ही व्यवसाय WHILE TAGS FIRHA कर रखा है। HTT श्री गिरधारीलाल जी श्री गिरधारीलाल जो श्री खण्डाराम जी के सुपुत्र है । आपका जन्म डेरागाजीखान मे हुआ था । युवावस्था तक आपको गाने बजाने का अच्छा शौक था, हारमोनियम बजाने के आप अच्छे मास्टर है जिससे डेरागाजाधान में आपने अपने समाज मे एक बहत अच्छी धामिक मण्डला बना रखी थी जो दर-दर तक विख्यात । पाकिस्तान बनने के पश्चात् जयपुर मे खण्डाराम रधारीलाल जैन जनरल मर्चेन्टस कटला पुराह अपने भाई श्री हरीशचन्द्र के साथ व्यवसाय करते हैं। आपकी धर्मपत्नी का नाम ईश्वरी देवी है । आपका पुत्र . थी। १ Ken. दिनेशकुमार है। [147 • मुलतान दिगम्बर जैन समाज-इतिहास के आलोक में
SR No.010423
Book TitleMultan Digambar Jain Samaj Itihas ke Alok me
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKasturchand Kasliwal
PublisherMultan Digambar Jain Samaj
Publication Year
Total Pages257
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size12 MB
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