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का सग्रह ३५. प्राचीन-चिन्ह---'सरस्वती' म प्रकाशित लेखा का मग्रह । ३६. चरित-चर्या--१६२७ ई० 'सरस्वती' में प्रकाशित जीवनचरिता का मंग्रह । ३७. पुरावृत्त- ,, ,
. , लेम्वा
लेग्वा " 3८ दृश्य-दर्शन-१६२८ ई० ., ३६. अालोचनाजलि-- , , , , ४०. ममालोचनासमुच्चय-. .
लेग्वाजलि- ., ४२. चरित-चित्रण-१६२६ ई.
जीवनचरिता ४३. पुगतन्त्र प्रमंग-
लेम्बो , ४४. माहित्य-मीकर- ,, १५. विज्ञानबार्ता-१६३० ई०
, , , ४६. वाग्विलाम-१६.३० ई०, 'मरस्वती' में प्रकाशित लेखो का संग्रह। ४७. सकलन-१९३१ ई., 'सरस्वती' में प्रकाशित लेग्वा का संग्रह । ४८ विचार-विमर्श-१६३१ ई०, 'सरस्वती' में प्रकाशित लेखो और टिप्पणियों का संग्रह । ४६ आत्म-निवेदन-१६३३ ई०, काशी नागरी प्रचारिणी सभा द्वारा किए गए अभिनन्दन
के अवसर पर। ५. भाषण-१६३३ ई०, प्रयाग में आयोजित द्विवेदी मेले के अवसर पर ।
कुल रचनाएँ-८११ १ द्विवेदी जी की रचनायो की सूची प्रस्तुत करने में निम्नाकित सूचियों का विशेष ध्यान रखा गया है-- 'हंस' के 'द्विवेदी-अभिनन्दनाक' में शिव पूजन सहाय ने द्विवेदी जी की रचानानो की एक सूची प्रस्तुत की है। उसमे उन्होने लिखा है कि मैंने अपनी और यजदत्त शुक्ल बी० ए० की सूची मिलाकर द्विवेदी जी के पास भेजी थी और उसमें द्विवेदी जी ने यत्र तत्र संशोधन भी किया । शिव पूजन सहाय का एतत्सम्बन्धी पत्र (२७. ३. ३३ ई.) दौलत-पुर में रक्षित है वह संशोधित मूची 'हंस' के उपयुक्त अंक में इस प्रकार दी गई है--
१. देवी-स्तुति
महिम्न-स्तोत्र ५ स्नेह-माला ७ कान्य मजूषा
२. विनव-विनोद ४ गगा लहरी ६ विहार-बाटिका ८ कमार-मम्भर-मार