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________________ गंधारी गान्धारी पूर्णसिह बदरीनाथ भट्ट कन्यादान महाकवि मिल्टन १६०६ १६११ नरक दाधियं पूर्वति ध गि जरूरी देखिए युवती घरणी सत्यदेव गणेशश कर विद्यार्थी अमरिका भ्रमण । आत्मोत्सर्ग जरूरी पन्न बनन हिदु हिन्दू गिरजाप्रसाद द्विवेदी कामताप्रसाद गुरु भारतीय दर्शन शास्त्र हिन्दी का व्याकरण १ पायी जातो इसलिये चहिये पहिले उदय उपर उसपक्ति पाई जाती इसलिए चाहिए पहले हृदय ऊपर उत्पत्ति पशु रामचरित उपाध्याय गणेशश कर विद्यार्थी पवनदूत १६०६ १६११ । अात्मात्सग १श गेरुये रोकर निमाज पूर्णसिंह | मजदूरी और प्रेम नमाज "
SR No.010414
Book TitleMahavira Prasad Dwivedi aur Unka Yuga
Original Sutra AuthorN/A
AuthorUdaybhanu Sinh
PublisherLakhnou Vishva Vidyalaya
Publication Year
Total Pages286
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size12 MB
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