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हम मुनि द्वय के अत्यन्त प्रभारी हैं जिन्होंने हमारा अनुरोध स्वीकार कर गुजराती से हिन्दी में अनुवाद कर तथा परिवर्द्धन कर हमें प्रकाशन का अवसर प्रदान किया ।
हम प्रस्तुत पुस्तिका के मुद्रक मेहता फाईन आर्ट प्रेस से संचालक सुपरिचित समाजसेवी व विश्रुत विद्वान श्री मदन कुमारजी मेहता के अत्यन्त आभारी हैं जिन्होंने व्यावसायिक व्यस्तता के बावजूद भी प्रस्तुत पुस्तिका का सम्पादन - संशोधन कर मनोहर स्वरूप प्रदान किया । पत्र-व्यवहार के साथ मैटर आदि प्रेस में पहुंचाने के लिए श्री योगेश भाई जशारणी का सहयोग भी भुलाया नहीं जा
सकता ।
यदि इस पुस्तिका का अधिक से अधिक समाज ने लाभ उठाया तो हम अपने प्रयत्न को सार्थक अनुभव करेंगे । घर घर में यह पुस्तक पहुँचे यही हार्दिक स्पृहा है ।
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मंत्री,
कलकत्ता पंजाब जैन सभा