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________________ ( २३० ) प्र. २२६ भद्रा की प्रार्थना सुनकर राजा ने क्या किया था ? उ. भद्रा की प्रार्थना को स्वीकार कर राजा श्रोणिक उसके भवन पर पधारे। भवन की शोभा और मनोहर सज्जा देखकर वे चकित रह गये। प्र. २४० राजा के पधारने पर भद्राने क्या किया था ? भद्राने राजा का भव्य शाही स्वागत किया व शालिभद्र को बुला कर लाने के लिये सेवक को ऊपर भेजा। प्र. २४१ सेवक ने शालिभद्र से क्या कहा था ? "अपने महलों में गजाणिक आये है, अतः आपको नीचे बुलाया है।" प्र. २४२ शालिभद्र ने सेवक से क्या कहा था ? उ. "उसे जो कुछ लेना-देना हो, देकर विदा करो, मेरा वहाँ क्या काम है ?" प्र. २४४ शालिभद्र की बात सुनकर भद्रा ने क्या किया था? भद्रा स्वयं सातवीं मंजिल पर गई। उसने सब स्थिति समझाई-"श्रीणिक राजा अपने स्वामी हैं, नाथ हैं. वे तुमसे मिलना चाहते हैं. तुमको अपने राज भवन में बुलाया था, लेकिन मेरी
SR No.010409
Book TitleMahavira Jivan Bodhini
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGirishchandra Maharaj, Jigneshmuni
PublisherCalcutta Punjab Jain Sabha
Publication Year1985
Total Pages381
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size8 MB
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