________________
(
55.)
प्र. १६१ म. स्वामी ने प्रथम मासखमरण का पारणा कहाँ
किया ? चंपानगर में ।
प्र. १९२ म. स्वामी ने द्वितीय मासखमरण का पारणा
कहाँ किया था ? चम्पा नगर के बाहर ।
उ.
`प्र. १९३ म. स्वामी ने तृतीय चातुर्मासके बाद किस ओर प्रस्थान किया ?
उ.
कुमार सन्निवेश की ओर ।
प्र. १९४ म. स्वामी के समय किस परम्परा के संत विद्यमान थे ?
जैनधर्म के २३वें तीर्थंकर भगवान पार्श्वनाथ की परम्परा के संत विद्यमान थे ।
उ
उ.
प्र. १६५ म. स्वामी से गौशालक ने क्या प्रार्थना
की थी ?
उ.
भिक्षा का समय होने पर गौशालक ने प्रभु से कहा - " देवार्य ! भूख लगी है, भिक्षा के लिए चलिये ।"
प्र. १६६ म. स्वामी ने गौशालक को क्या उत्तर
दिया था ?