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________________ उ. ( प्र. १७८ म. स्वामी ने गौशालक के प्रश्न का क्या उत्तर 1 दिया था ? ८४ ) उ. प्रभु ने सहज भाव से उत्तर दिया- "श्राज तुम्हें भिक्षा में कोदों के बासी चावल, खट्टी छाछ और एक खोटा सिक्का मिलेगा ।" प्र. १७९ म. स्वामी का उत्तर सुनकर गौशालक ने क्या किया था ? : प्रभु का उत्तर सुनकर आश्चर्य के साथ गौशालक ने उनकी ओर देखा, फिर हँसकर कहने लगा- "आज तो त्यौहार का दिन है, घर-घर में मिष्ठान्न बन रहे हैं, आज मुझे बासी चावल ? वाह ! क्या खूब भविष्यवाणी की है आपने !" गौशालक महावीर की भविष्यवाणी को असत्य सिद्ध करने के लिए भिक्षा लेने गया, किन्तु कुछ न मिला । मध्याह्न के बाद एक कर्मकार ने उसे अपने घर कोदों " के बासी धान और खट्टी छाछ का भोजन कराया तथा दक्षिणा में एक रुपया दिया, जो परखने पर सचमुच ही खोटा निकला ।
SR No.010409
Book TitleMahavira Jivan Bodhini
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGirishchandra Maharaj, Jigneshmuni
PublisherCalcutta Punjab Jain Sabha
Publication Year1985
Total Pages381
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size8 MB
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