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जिनके समवशरण का अलौकिक वैभव
समाजवाद-साम्यवाद
एव
सर्वोदय वाद
का
एक ज्वलत-आदर्श एव प्रमाणिक प्रतीक था
उन अतरीक्ष परमात्मा
श्री वीर प्रभु के
चरणार विंदो मे
हमारी कोटि-कोटि वदनाएँ परम-पुनीत पच्चीस वें शतक पर भाव-भीनी विनयाञ्जलि
अर्पयिता -
दीपचंद मुलायम चंद एवं समस्त मलैया परिवार
खुरई (जिला सागर) म प्र.