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जिन्होने सर्व धर्म समन्वय सम्पन्न समझौता वादी नीतियो की नीव पर अनेकान्त सिद्धान्त का
वह प्रामाणिक धर्म - महल खडा किया जिसकी छत्तच्छाया मे
प्राणिमात्र चैन की सास लेता हुआ
आज
अपना आत्म-कल्याण कर सकता है
उस
अनेकान्त प्रतिपादक-वस्तु-स्वरूप दिग्दर्शक
श्री वीर प्रभु के
चरण कमलो मे शत-शत अभिनन्दन
परम-पुनीत पच्चीस वे शतक पर भाव-भीनी विनयाञ्जलि
अर्पयिता -
चमनलाल फूलचन्द शाह जैन
मु पो. पादरा ( वडौदा )
गुजरात