________________
मारीचि जीव का पुनः नारकीय जीवन
.
-..
aman-
-
-
-
-
-
-
RAL
0
anya
Amanve
-
-
-
-
MSS
मान में कर दाई-दक, किये दह के पागवत् । से भी ज्यान चंद, मी नग्न वह मिथ्यानत ।। बियर पिल, जागा, इतनावकनाना बहा का। जिम कारक जागा, मानव हिमा, चहा का।।