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ACT VI 14-15 अपि च । साहसिकेनेति वदन्या देव्या विस्मृतप्रायं जगत्यन्यो ऽपि साहसिकः । मत्साहसे तु
उत्पुथन धमनिस्फुटप्रसर्पन
प्रत्ययक्षतजझीनिवृत्तपाद्यः । हर्षाश्रुप्रचुरमधुस्मितस्फुटश्री
वक्ताजार्चितचरणः शिवः प्रमाणम् ॥१४॥ मन्दो । महाराअ' ओधारेहि किं पि अारिसी रअणा कस्स वि वलीमुहस्स हत्यप्फंसादो उवरि जेवा चिटुंनि ते
महीहरा जलम्मि ति॥ 10 राव । सशिरःकम्पम्। इदं तदनंतीकार्य मौग्थ्यमबलानां यद् यावाणोऽपि प्लवन्त इति । देवि किं बहुनोक्तेन ।
श्रुतं मे जानाति "श्रुतिकविरथाज्ञां सहचरः
स शच्या धैर्य चाशनिरथ यशोऽदस्त्रिभुवनम् ।
दा
1 विस्मृतंप्रायः B, E, K विस्मृतप्रायः कस्य for कस्स W only Sc, 1, faenata: corr. by rev. to 10 fa om E only. विस्मृतप्रायं w.
1 हत्थप्पसादो B हथ्थप्पुंसादो E, K जगत्यन्योऽपि साहसिकः om. all but Bहत्यपंखदो Se हत्थपुणदो w हत्थपुसा.
उत्पुष्प B, I, उत्पुष्य E, W, Sc, K | * श्रीवक्ता w, B श्रीर्वक्ता K, E, |
___12 जेब E, W, B जेब K, Se, I, Se, I,
13 चिट्ठन्ति B चिण्डि E चिट्ठन्दि • राय for "रात्र B only. जं add E only.
K, W, Sc forefore Iz 6. विall Mss.
14 त्ति B, K, I, ति E, W, Sc. अखारिसी B, E, K अणारिसी w,
15 प्रति० for प्रती• K only. Sc अणा I.
16 बहुना for बहुनोतिन K only. रागा B राणी E रअणा K, I 17 जानाति मे for मे जानाति E only. W, Sc TWIT om. Ig
18 शिवगुरु for श्रुतिकवि• K only.