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________________ A शिकार तब तो आप जानते ही हैं। केके जहान नहि मनु मिति कुल सं कोड कोर रूम आप जहं नित कान लघ fast:-: gaÊTE } A = अन्नपुर और जब हो जस्मा तच गोदान करके Conña sar शिक्षा —–भैया नाफा जी और हनी 你 यह संरेखा कही । हमने तारिति जो शेती कुमार - ( सापही बाप ) -- (दोनों बहुत अच्छे कर पड़ीं। ..त की ओर से ही हैं। के रूप ऋ ऋषियों का न्योता देकर महाराज दशरथ के और जनक ओ का वक्ष कुमारों का व्याह होना । { शुनःशेक बाहर जाता है } यह और भी मछी बात है। है कि बारों बहनें एक পহর ১ पनि खारि निधि पदी धारि w राम सुनते ही हो सुनो हमारी बात । तुमने यह लड़की का रे तो दी। पौलस्त्य कुतनूपण दशानन सुता मांगन जातिके । तुम कीन्ह आवरता हि संबंध अनुचित मानिके ॥ तो और को विधि अवसि अब यह सte लंका जाइहै । सुर सरिस न तुम सब बन्दी करन औसर बाइहै ! ( परदे के पीछे सोर होता है । ) राजा- ए फोन हैं जो मोड़ के साथ दौड़ रहे है । विश्वा०-- पुत्रखुद उपसुन्द के ए सुवाह मारोच । दावन के अनुचर दोऊ वनविनाशक नीच
SR No.010404
Book TitleMahavira Charita Bhasha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorLala Sitaram
PublisherNational Press Prayag
Publication Year
Total Pages133
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size6 MB
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