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मुद्रय ---
मूलचन्द किसनदास कापड़िया, " जैन विजय" प्रिन्टिंग प्रेस - सूरत ।
भगवान् महावोरका चिह्न ।
" वीरो वीरनरामणीगुणनिधि वीरा हि वोरं श्रता । वीरे सोह भवेत्सुबीर विभवं वीराय नित्यं नमः || " श्री सकलकीर्ति ।
Buda
प्रकाशक
मूलचन्द किसनदास कापड़िया, मालिक दिगम्बर जैन पुस्तकालय, चन्दावाड़ी - सुरत ।