________________
१८० ]
[ जिनवरस्य नयचक्रम् ३१. पुरुषार्थसिद्धयुपाय : आचार्य अमृतचन्द्र ; टीकाकार - प्राचार्यकल्प टोडरमलजी
एवं पण्डित दौलतरामजी कासलीवाल ; मुंशी मोतीलाल शाह, किशनपोल
बाजार, जयपुर (राज.) ३२. मोक्षमार्गप्रकाशक : आचार्यकल्प पण्डित टोडरमलजी; सम्पादक डॉ. हुकमचन्द
भारिल्ल ; श्री दिगम्बर जैन स्वाध्याय मन्दिर ट्रस्ट, सोनगढ़, जि०
भावनगर (गुज०) ३३. बृहन्मयचक्र : प्राचार्य देवसेन; माणिक ग्रंथमाला, बम्बई; वि० सं० १९७७ ३४. बृहद्मव्यसंग्रह : प्राचार्य नेमिचन्द्र सिद्धान्तचक्रवर्ती; टीकाकार -- श्री ब्रह्मदेव;
श्री वीतराग सन् साहित्य प्रसारक ट्रस्ट, भावनगर (गुजरात);
वि० सं० २०३३ ३५. श्रुतभवनदीपक नयचक्र : आचार्य देवसेन; वर्धमान पार्श्वनाथ शास्त्री, कल्याण
पॉवर प्रिटिंग प्रेस, सोलापुर; सन् १९८६ ई० ३६. समयसार : प्राचार्य कुन्दकुन्द ; टीकाकार - अमृतचन्द्राचार्य; श्री वीतराग सत्
___ साहित्य प्रसारक ट्रस्ट, भावनगर (गुजरात), वीर सं० २५०५ ३७. समयसार : प्राचार्य कुन्दकुन्द; टीकाकार - प्राचार्य जयसेन ; श्री दिगम्बर जैन
समाज, अजमेर (राज.) ३८. समयसार कलश टीका : प्राचार्य अमृतचन्द्र ; हिन्दी टीकाकार - पाण्डे
राजमलजी; श्री वीतराग सत् साहित्य प्रमारक ट्रस्ट, भावनगर
(गुजरात) वीर सं० २५०३ ३६. समयसार नाटक : कविवर पण्डित बनारसीदास; श्री वीतराग सत् माहित्य
प्रसारक ट्रस्ट, भावनगर (गुजरात), वि० सं० २०३२ ४०. सर्वार्थसिद्धि : आचार्य पूज्यपाद; भारतीय ज्ञानपीठ प्रकाशन, दुर्गाकुण्ड रोड,
वाराणसी; वीर० सं० २४७६ ४१. सन्मतितर्क : ४२. संस्कृत-शब्दार्थ कौस्तुभ : सम्पादक - चतुर्वेदी द्वारकाप्रसाद शर्मा, रामनारायण
वेनीप्रसाद, इलाहाबाद-२ ४३. स्याद्वादमंजरी : श्री मल्लिषेणसूरि; श्रीमद् राजचन्द्र पाश्रम, अगास (गुज०)