________________
जिन सिद्धान्त
३६
V
P
M
-
-
-
-
-
___ उत्तर---जो कार्माण वर्गणा पाश्रव में आत्मा के नजदीक आई थी उस वर्गणा की कर्म अवस्था बनकर
आत्मा के प्रदेश के साथ एक क्षेत्र में काल की मर्यादा लेकर बन्धन में रहना है उसीका नाम जड़बन्ध है ।
प्रश्न--जड़ बन्ध कितने प्रकार का है ।
उत्तर---जड वन्ध चार प्रकार का है- (१) प्रदेश बन्ध, (२) प्रकृति वन्ध, (३) स्थिति बन्ध और (४) अनुभाग बन्ध
प्रश्न--प्रदेश बन्ध किसे कहते हैं ?
उत्तर--कार्माण वर्गणाओं का जत्था रूप होजाना सो प्रदेशबन्ध है।
प्रश्न--प्रकृति-वन्ध किसे कहते हैं ?
उत्तर--कार्माण वर्गणाओं की आठ कर्म तथा उनकी एक सौ अडतालीस प्रकृतिरूप अवस्था हो जाना उसी का नाम प्रकृति-वन्ध है।
प्रश्न--स्थिति-वन्ध किसको कहते हैं ?
उत्तर---प्रात्मा के प्रदेशों के साथ में कर्म प्रकृतियों का जितने काल तक एक क्षेत्र में बन्धन रूप रहना उसीका नाम स्थिति बन्ध है।
प्रश्न--अनुभाग बन्ध किसका नाम है ? उत्तर-कर्म-प्रकृति के उदयकाल में फल देने रूप,