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जिन सिद्धान्त
प्रश्न-चार इन्द्रिय जीवों के मतिज्ञान के कितने भेद होते हैं। __ उत्तर-स्पर्शन, रसना, घाण, चक्षु इन्द्रियों द्वारा मतिज्ञान के अर्थावग्रह के १६२ भेद होते हैं । चक्षु इन्द्रिय के व्यञ्जनावग्रह के भेद न होने से तीन इन्द्रियों के व्यञ्जनावग्रह के ३६ मेद मिलकर २२८ भेद होते हैं।
प्रश्न-असंज्ञी पांच इन्द्रिय जीव के मतिज्ञान के कितने भेद होते हैं ?
उत्तर-स्पर्शन, रसना, घाण, चक्षु और श्रोत्र इन्द्रियों द्वारा मतिज्ञान के अर्थावग्रह के २४० भेद तथा व्यञ्जनावग्रह के ४८ भेद मिलकर २८८ भेद होते हैं । ___ प्रश्न-संजी पांच इन्द्रिय जीव के मतिज्ञानके कितने भेद होते हैं ? ___उत्तर-स्पर्शन,रसना, घ्राण, चक्षु, श्रोत्र इन्द्रियों और मन द्वारा मतिज्ञान के अर्थावग्रह के २८८ भेद तथा व्यञ्जनावग्रह के ४८ भेद मिलकर ३३६ मेद होते हैं। मनके बञ्जनावग्रह नहीं होते।
प्रश्न-श्रुतज्ञान किसको कहते हैं ? ___उचर भतिज्ञान से जाने हुये पदार्थ से सम्बन्ध लिये हुये किसी विशेष पदार्थ के ज्ञान को श्रुतज्ञान कहते हैं। जैसे:-"यह हवा है" यह तो मतिज्ञान है । और "यह