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________________ (५) इहांसे टिकट सहारनपुरका लेवे ॥ रेलसे एक मील गुलालबाड अगरवाले श्रावकोंका है वहां ठहरे ॥ मेंदिर ग्यारा हैं । अगरवाले श्रावकोंके चारसौसे अधिक घर हैं ॥ खंडेलवाल श्रावकोंके तीन घर हैं । पल्लीवाल श्रावकोंका एक घर है ॥ २ ॥ सहारनपुरसे टिकट मेरउका लेवे ॥ इहां धर्मशाला नहीं है सो तलास करके ठहरे ॥ इहां मंदिर एक है ॥छावनी सदर बजारमें मंदिर दो हैं ॥ तोपखानेके बजारमें मंदिर एक है । असे मंदिर चार हैं । मेरउमें छावनी सदर वजारमें तोपखानेके वजारमें इन सर्व गैर अगरवाले श्रावकोंके दोसौ घर हैं ॥ खंडेलवाल श्रावकोंके पाँच घर हैं ॥ ३ ॥ इहांसे हस्तिनापुरकी यात्रा बीस मील है ॥ गाडीजाडे करके जावै । इस हस्तनापुरमें तीन तीर्थंकरोंका जन्म हुवा है ॥ शांतिनाथ स्वामीका ॥ कुंथनाथ स्वामीका ॥ अरहनाथ खामीका ॥ इहां एक मंदिर दिगंबरोंका बड़ा है ॥ इस हस्तनापुरसे डेढ मील बशंवा गांव है वहां एक मंदिर है । अगरवाले श्रावकोंके घर हैं। जो कोई जैनीन्नाइयोंकों कोई वस्तु चाहिये सो इहांसे ले आ वे ॥ इहांसे मेरत आवे ॥ ४ ॥ मेंरवसे टिकट . दिल्लीका लेवे ॥ रेलसे दो मील जय सिंहपुरा है वहां
SR No.010370
Book TitleJain Yatra Darpan
Original Sutra AuthorN/A
Author
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages61
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size2 MB
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