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नेन्द्रको हानिया पाया भाग हो । मेरी गुनते ही नरी हो । पत्नी है कि मात्र नही जान ली। पहने माए में व्याह जरर हो जाना चाहिए। हिरनमा मेहनने पच्चीस हजार लगाया था, इतना तो वे गर देंगे ग?"
"कहा का भमेला ले बैठी हो? चलता, मुनानी ह ।"
"बस, तुम्हे तो यहानी उपन्यास की नगी है, बेटे-बेटियों को फिर नहीं ! पर मे यहू माती तो कुछ तो गभालती माग मोम बग मेरे तिर । तुम्हें पया है, दिन-गत पिमनी नी में है, या पिन्न पन्ना गन में बीमार है, तुमने मुड मिया ? पहा था, प्रादमी में चुना गो, यहा पन्छ टास्टर है, ठी तफतीश हो जाएगी। पर न उपन्या फुग्गा मिले तब न ? यो पोर होता तो अब . पर फरमें बन्ने दिनाई देते। तुमतो चले जाते होगपने दातर पोरग सपने. अपने काम में। पर यह पीन-गा गाने को मानिन बार गोपाल न हो । पर पा, उसे वीगना पहो । सी की गर Prima जार हो गई। काम से भी लगामा भय वापर भाग 1 पर तुम ऐने हो कि पिकर पटानी पो तो , मोर हिगी योगी
पात है रिलिगना-लि पाना मुझे भी मुसीया मागहोगी। जय तर दल ग अन्धा है। लेकिन मैंने गुम्मा दिE AT- "तो मारी , मुग्ने को मानौगय मान-माल पोई, तुम
श्रीमती अपनी उठगि ,में पानी writy ! मोर मचान मोदी र मेनारि योगी
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र , पदी नारकर दोगान पर सोनी, " !"
" मग?'
हो ।
‘नो या पोरगी पाय मिनट मीरीजानी।।