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________________ पच्चीस क्रिया ११ दिट्ठिया के दो भेद : १ जीव दिठ्यिा , २ अजीव दिठ्ठिया । १ अश्व-गजादिक को देखने के लिये जाने से जीव दिठ्ठिया क्रिया लगे। २ चित्रामणादि को देखने के लिए जाने से अजीव दिठ्ठिया क्रिया लगे। १२ पुट्ठिया क्रिया के दो भेद : १ जीव पुट्ठिया २ अजीव पुट्ठिया । १ जीव का स्पर्श करे तो जीव पुट्ठिया क्रिया लगे। २ अजीव का स्पर्श करे तो अजीव पुट्ठिया क्रिया लगे। १३ पाडुच्चिया क्रिया के दो भेद : १ जीव पाडुच्चिया, २ अजीव पाडुच्चि या । १ जीव का बुरा चितवे तथा उस पर ईर्ष्या करे तो जीव पाडुच्चिया क्रिया लगे। २ अजीव का बुरा चितवे तथा उस पर ईर्ष्या करे तो अजीव पाडुच्चिया क्रिया लगे। १४ सामतोवणिवाईया क्रिया के दो भेद : १ जीवसामतोवरिणवाईया, २ अजीवसामतोवरिणवाईया। १ जीव का समुदाय रक्खे तो जीव सामंतोवणिवाईया क्रिया लगे। २ अजीव का समुदाय रक्खे तो अजीव सामतोवणिवाईया क्रिया लगे।
SR No.010342
Book TitleJainagam Stoak Sangraha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMaganlal Maharaj
PublisherJain Divakar Divya Jyoti Karyalay Byavar
Publication Year2000
Total Pages603
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size19 MB
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