________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
१२०
जैनागमन्यायसंग्रहः आदिट्ठ असब्भावपज्जवे देसा आदिट्ठा तदुभयपज्जवा तिपएसिए खंधे नो आया य अवत्तब्वाइं आयाओ य नो आयात्रो य ११ देसा आदिट्ठा असम्भावपज्जवा देसे अदिखे तदभयपज्जवे तिपएसिए खंधे नो आयात्रो य अवत्तव्यं आयातिय नो आयाति य १२ देसे आदितु सब्भावपज्जवे देसेबादिव असब्भावपज्जवे देसे आदितु तदुभयपज्जवे तिपएसिए खंधे आया य नो पाया य अवत्तव्यं आयाति य नो आयाइ य १३ से तेणढणं गोयमा ! एवं बुच्चइ तिपएसिए खंधे सिय आया तं चेव जाव नो आयाति य ॥ आया मंते ! चउप्पएसिए खंधे अन्ने पुच्छा, गोयमा ! चउप्पएसिए खंधे सिय प्राया १ सिय नो आया २ सिय अवत्तव्यं आयाति य नो आयाति य ३ सिय पाया य नो आयाय ४ सिय आया य अवत्तव्वं ४ सिय नो आया य अवत्तव्वं ४ सिय आया य नो आया य अवतव्यं आयाति य नो आयातिय १६ सिय आया य नो आयाय अवत्तव्बाई आयात्रा य नो आयात्रो य १७ सिय प्राया य नो आयाओ य अवत्तव्यं आयाति य नो आयाति य १८ सिय आयायो य नो पायाय अवत्तव्यं आयाति य नो आयाति य १६ से केणणं भंते ! एवं बुच्चइ चउप्पएसिए खंधे
For Private And Personal Use Only