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जैन तीर्थयात्रादर्शक ।
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दंतका गर्भ - जन्म - तप कल्याणका पवित्र स्थान है। इसका नाम किष्कंदापुरी है। यहांपर भी शांत भावसे पुष्पदंतका गुणानुवाद करना चाहिये। स्टेशन ऊपर टिकटका ) देकर भटनीका टिकिट ले लेना चाहिये ।
( १९८ ) भटनी जंकशन ।
यह स्टेशन बड़ा भारी है। ग्राम १ मील दूर है । शहर में जैन मंदिर और जैनियोंके घर बहुत हैं। शहर व्यापार में कानपुर सरीखा है | ग्राममें जाकर अतिशय क्षेत्र कहावा गांव जाने के लिये किसीको पूछकर ठीक कर लेना चाहिये | भटनी जंकशन से रेलवे १ लखनऊ, कानपुर तक | १ कटीहार तक । १ लेन बनारस जाकर मिलती है। इसी बनारस लाईन में भटनीसे ) देकर सलीमपुरका टिकट ले लेना चाहिये ।
( १९९ ) सलीमपुर |
स्टेशन किसी आदमीको साथ लेकर २ मील पूर्वकी तरफ कहावा गांव जावे | यह स्थान लट्टाका दर्शनके नामसे प्रसिद्ध है । ( २०० ) श्री कहावा गांव अतिशयक्षेत्र |
भटनी आदि में भी " लट्टाका दर्शन " इस नामके पूछने से जल्दी पता लगता है । कहावा गांव एक छोटा ग्राम है । ग्रामसे दक्षिणकी तरफ भटनी से भी दक्षिणकी तरफ थोड़ी दूर जंगलमें एक प्राचीन मानस्तंभ, उसके नीचे ऊपर ६ प्रतिमा मनोहर, और कनाड़ी भाषाका बड़ा शिलालेख है | यहांका दर्शन करके बड़ा आनन्द होता है । स्तम्भको देखकर यह सिद्ध होता है कि पहिले यहांपर बहुत बड़ा मंदिर था । किसीने नष्ट भ्रष्ट कर दिया है ।