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विषय-सूची
प्रथम-अध्याय प्रास्ताविक प्रथम परिच्छेद भारतीय वाङ्मय और अनुमान अनुमानका विकास-क्रम
( क ) न्याय-परम्परामें अनुमान-विकास (ख ) वैशेषिक-परम्परामें अनुमानका विकास (ग) बौद्ध-परम्परामें अनुमानका विकास (घ ) मीमांसक-परम्परामें अनुमानका विकास
(ङ) वेदान्त और सांख्य-परम्परामें अनुमान-विकास द्वितीय परिच्छेद जैन परम्परामें अनुमान-विकास
( क ) षट्खण्डागममें हेतुवादका उल्लेख ( ख ) स्थानाङ्गसूत्रमें हेतु-निरूपण (ग ) भगवतीमूत्रमें अनुमानका निर्देश (घ ) अनुयोगसूत्रमें अनुमान-निरूपण १-अनुमान भेद
१. पुन्ववं २. सेसवं ३. दिट्टसाहम्मवं
१-पुत्ववं
२-सेसवं (१) कार्यानुमान (२) कारणानुमान ( ३ ) गुणानुमान ( ४ ) अवयवानुमान ( ५ ) आश्रयी-अनुमान
३-द्विट्ठसाहम्मवं (१) सामन्नदिट्ठ ( २ ) विसेसदिट्ट
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