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शुद्धि पत्र
पंक्ति
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१२ २१
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अशुद्ध न इक्कमे विसोहिया अससओ सविदिय घट्टिताणि य हिंगुलुए भत्त-सेस सजाण पडिच्छिन्नम्मि सम्ममालोय कारण-समुपण्णे चिट्ठत्ताण
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शुद्ध नाइक्कमे विसुत्तिया य ससमो सन्विदिय घट्टियाणिय हिंगुलए भुत्तसेसं सजयाण पडिच्छन्नम्मि सम्ममालोइयं कारणमुपण्णे चिट्ठित्ताण विवण्ण
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आदी "."." .. ओसदी। उउपसने....उउप्पसणे तु पयपुर ति वेइलोयाई... लोइयाइ
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मन्बुकसघ
आसाहु ७ आयारपण्हिी णाम अट्ठम
सुव्व अरह
सव्वुक्कसं असाहु सुवक्कसुद्धी णाम सत्तम सव्वं अरइ