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६४] नैनसिद्धांतसंग्रह। ये दोनों भाई और अनिरुड आदि बहत्तर करोड़ सावसौ मुनि मोक्ष गये हैं।॥ १॥ पावागढजीसे रामचन्द्रजीके दो पुत्र
और लाड़ देशके राजा आदि पांच करोड़ मुनि मोक्ष गये हैं ॥५। श्री शनुनय पर्वत से तीन पांडव द्रविढ देश के राना आदि आठ करोड़ मुनि मोक्ष गये हैं। ६ । श्री गजपंथानीसे सात बलिभद्र जादवनरेन्द्र आदि आठ करोड़ 'मुंनि मोक्ष गये हैं ॥ ७ ॥ मांगीतंगीगिरिजीसे रामचन्द्र, हनुमान, सुग्रीव, सुडील, गवय, गवाक्ष, नील, महानील कुमार, आदि निन्यानवै करोड़ मुनि मोक्ष गये हैं॥ ८॥ सोनागिरिजीमें नंगकुमार अनंग कुमार आदि साढ़े पांच करोड़ मुनि मोक्ष गये हैं॥९॥ नर्मदा नदीके किनारे से रावण के पुत्र आद पांचं करोड़ पचास लाख मुनि मोक्ष गये हैं ॥ १० ॥ नर्मदा नदीसे पश्चिमकी तरफ सिद्धवर कूटसे दो चक्रवर्ती. दश कामदेव आदि साढ़े तीन करोड़ मुनि मोक्ष गये हैं।॥ १९ ॥ वड़वानी भी से इन्द्रनीत और कुंमकर्ण मुनि मोक्ष गये हैं ॥ १२ ॥. पावागिरिसे सुवर्णभद्र आदि चार मुनि मोक्ष गये हैं॥ १३ ॥ द्रोणगिरिजासै गुरुदत्त आदि मुनि गये हैं ॥ १४ ॥ कैलाशगिरिसे बाल महाबाल और नागकुमार मुनि मोक्ष गये हैं ॥१५॥ मुक्कागिरजी से साढ़े तीन करोड़ मुनि मोक्ष गये हैं ॥ १६॥ कुंथलगिरिजी से कुलभूषण और देशमूषण मुनि मोक्ष गये हैं ॥१७॥ दक्षिण दिशामें कोटिशिलासे जसपर रानाके पांचसौ पुत्र आदि
१-युधिष्ठिर, भीम, अर्जुन।