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जैन सिद्धान्त दीपिका
३२. शंघ नब जीवों का आयुप्य मोकिम और निरूपक्रम दोनों प्रकार
का होता है।
३३. उपक्रम के मात काग है :
१. अपवनान २. निमिन ३. आहार ६. वदना
५. पगघान ६. माश 3. उच्छ्वामनिःश्याम
अध्यवमान - गग-म्नेह-भयामक विचार । निमिन-दगड, गम्य आदि का प्रहार ।
आहार---अनि अ. मा म भोजन नग्ना या अधिक माया मकान।।
वंदना-नयन जातिकोना
गवान माना।
नि जीवम्यान बाप निर्णय