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दुर्योधन का अहकार
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द्वार की ओर चल पडा । उस समय भीष्म जी बोले-"जद चीटी के पर निकल पाते हैं तो समझो कि उसकी मृत्यु निकट प्रा गई। दुर्योधन के प्रकार की हद हो गई। विनाश काले विपरीत दुद्धि।"
कर्ण भभक उठा और सभा मे खलबली मच गई। : भिन्न भिन्न प्रकार की आवाजे उठी और सभा भग होगई।
GRANATIMIT
Instar