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५.
तुम्बरु
दिग०
श्याम
गड
चार
सर्पयज्ञोपवीत
श्वे.
श्वेत
गरुड
चार
६.
चार
पुष्प कुसुम मातंग
श्याम नील
चतुर्विशति शासन यक्ष
श्व०
चार
दिग.
श्याम
मिह
वक्रतुण्ड
श्वे.
नील
चार
८,
श्याम
दिग०
श्याम
कपोत
चार
विजय
श्वे.
नील
६.
अजित
श्वेत
चार
दिग० श्वे०
दो हाथों मे सर्प, वरद, फल वरद, शक्ति, गदा, नागपाश खेट, अभय, कुन्न, वरद फल, अभय, नकुल, अक्षमूत्र शूल, दण्ड विल्व, पाश, नकुल, अंकुश अक्षमूत्र, वग्द, परशु, फल चक्र और मुद्गर अक्षसूत्र, बरद, शक्ति, फल बीजपूर, अक्षसूत्र, नकुल, कुन्त वाण, अनुप, परशु, दण्ड, तलवार, ढाल. वग्द, वज्र वीजपूर, मुद्गर, पाश, अभय, नकुल, गदा. ग्रंकुग प्रक्षत्र अक्षमूत्र, पद्म, त्रिल, दण्ड बीजपूर, गदा, नकुल, अक्षमूत्र वाण. गदा, वग्द, धनुष, नकुल, फल बीजपूर, बाण, धनुष, नकुल
श्वेत
कर्म
चार
१०. ब्रह्म
दिग०
श्वेत
आठ
चतुर्मख
श्वे.
अाठ
चतुर्मख
दिग०
श्वे०
वषभ
चार चार छह चार
कुमार
दिग०
ho no
हम हम
त्रिमुग्व
श्वे.
१२९
चार