________________
(६०१) ते संनूतल पृथिवीथकी उपर उए. योजनथी मां मीने नवसो योजन पर्यंतना एकशो ने दश योजनमा एमनां विमान में, ते सर्वनुं देहमान सात दाथ प्रमा ण जे. अने उत्कृष्टायु नीचे प्रमाणे ने. १ चश्मानुं एक पल्योपम उपर एक लाख वर्षायु . २ सूर्यनुं एक पल्योपम उपर एक हजार वर्षायु . २ ग्रहमंगला दिकएक पल्योपमायु जे. ४ आश्विन्यादिक नत्रनो अई पट्योपमायु दे. ५ तारानुं एक पल्योपमनो चोथो नाग आयु . चोथी वैमानिक देवोनी निकाय बे प्रकारे तेमांप्रथम कल्पवाला देवोनुं उत्कृष्ट देह मान अने बायु कहे . देवलोकनां नाम देहमान आयु. १ सौधर्म. सात हाथ.बे सागरोपम. २ ईशान. सांत हाथ.बे सागरोपमजाजेरा, ३ सनत्कुमार. बहाथ. सात सागरोपम. ४ माहें. बहाथ. सात सागरोपम जाजेरा ५ ब्रह्म पांच हाथ. दश सागरोपम. ६ लांतक. पांच हाथ. चौद सागरोपम. ७ शुक्र. चार हाथ. सत्तर सागरोपम. G सहस्त्रार चार हाथ. अढार सागरोपम.
ए बाणत. त्रण हाथ. उगणीशसागरोपम. १० प्राणत. त्रण हाथ. वीश सागरोपम. ११ आरण. त्रणहाथ. एकवीशसागरोपम. १२ अच्युत. त्रणहाथ. बावीशसागरोपम.