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पौषध-अष्टमी, चतुर्दशी आदि पर्व में श्रावक का चारित्रवृत;
पौषधोपवास का संक्षिप्त नाम । पौषधोपवास-पर्व-दिवसो में किया जाने वाला उपवास ;
उपवाससहित आत्म-साधना में संलग्नता । प्रकल्प-उत्तम आचरण । प्रकीर्णक-काव्य के सूक्त-रत्नों का संकलन । प्रकृति-स्वभाव ; भेद ; आत्मा के फल विशेष का नाम ;
कर्म-प्रकृति । प्रकृति-बन्ध-कर्म-पुद्गलों की विभिन्न शक्तियाँ । प्रचला-निद्रा-विशेष ; बैठे-बैठे या खडे-खडे नोद लेना । प्रचला-प्रचला-चलते-चलते नींद आना। प्राप्ति-प्रतिपाद्य विषय का निरूपण ; एक विद्या देवी ; जैन
आगम ग्रन्थ विशेष । प्रज्ञा-ज्ञान की प्रकर्षता। प्रज्ञापना-प्ररूपणा; समवायांग-सूत्र का अपर नाम । प्रज्ञा-परिषह-ज्ञान का अभिमान न करना ; बुद्धिहीन होने
पर खेद न करना। प्रतर-पटल ; विघटन ।
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