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पक्व-अग्नि-संस्कारित पका हुआ आहार । पक्ष-पन्द्रह दिन-रात का समय , पखवाड़ा , अनुमान-विचार
का एक अवयव , हिंसा-त्याग की प्रतिज्ञा ; श्रावकाचार
विशेष । पक्षधर्म-धर्मी का धर्म । पक्षधर्मता-हेतु की पक्ष में उपस्थिति । पक्षाभास-अनिष्ट, वाधित तथा सिद्ध साध्य धर्म युक्त धर्मी। पच्चक्खाण-प्रत्याख्यान , निन्द्य-कर्मों के परित्याग की
प्रतिज्ञा। पञ्चाङ्ग-तिथि-दर्पण। पञ्चाङ्ग-नमस्कार-दो हाथ, दो जानु/घुटने और मस्तिष्क___इन पाँच अंगों को नमाकर किया जाने वाला,प्रणाम । पश्चाचार-पाँच आचार-दर्शन, ज्ञान, चारित्र, तप और वीर्य । पञ्चामृत-दूध, दही, घी, शक्कर और मधु का घोल ।
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