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तप-तपस्या , विषय-कषायो को निरस्त करने के लिए बाह्य
तथा आभ्यन्तर रूप से की जाने वाली क्रियाएँ । तपन-तीसरे नरक का तीसरा पटल । तपनतापि-आकाशोपपन्न देव । तपस्वी-उपवास आदि अनुष्ठान करने वाला व्यक्ति/साधक
विशेष । तपोविद्या-उपवास आदि से विद्या की सिद्धि । तप्त-प्रथम नरक का नवाँ पटल , तीसरी पृथ्वी का पहला पटल । तरपणी-साधु का पात्र-विशेष , लकडी का लोटा । तर्क-विचार-विमर्श , अटकल-शान , अनुमान में प्रवृत्ति ;
अविनाभाव व्याप्ति के ज्ञान में सहकारी। ताप-सन्ताप ; दुःख और वन्ध को सहन करना । तापस-संन्यासी-विशेष । तारक-१ तारने वाला, २ पिशाच जातीय व्यन्तर देवों का
एक भेद, ३ सूर्य आदि नव ग्रह । ताल-प्रलम्ब-तपस्वियो के अंकुर आदि । तिर्यगच्छ-गुण-हानियो का प्रमाण । तिर्यक-गति-तिर्यच-योनी । तिर्यक् लोक-पुरुषाकार लोक का मध्यवर्ती भाग ।
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