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300. जातकमाला (13वी उनमारयंती की कथा)-आर्यसूर्य, मुद्राराक्षस अंक 3, मालती माधव अंक 7 एवं
कामसूत्र 5-5, 11.। 301. कुवलयमाला, 103. 15 । 302. तत्रैव, 103. 191 303. यशस्तितिलकचप्पू, 307, पृ.2.1 । 304. समराइच्च कहा पृ. 53, 496 । 305. कुवलयमाला, 77.16,18। 306. समराइच्च कहा प. 237 । 307. कुवलयमला, 55.7.1 308. तत्रैव, 224.29 एवं 48. 10 । 309. तत्रैव, 187.4 तथा 240.16 । 310. तत्रैव, 13.22 । 311. तत्रैव, 49.51 312. तत्रैव, 187.51 313. तत्रैव, 82.20। 314. बौधायन धर्मसूत्र, 1.13 । 315. समराइच्च कहा पृ. 132 । 316. जे. सी. जैन लाइफ इन एन्सियेन्ट इण्डिया, पृ. 128 । 317. तत्रैव, पृ. 741 318. तत्रैव, पृ. 4381 319. समराइच्च कहा, पृ. 539 । 320. तत्रैव, पृ. 2461 321. कुवलयमाला, 57.13-15 । 322. तत्रैव, 57.16.17 1 323. तत्रैव, 57.331 324. तत्रैव, 231.281 325. उद्धत-श. रा. ए, पृ. 493. | 326. कुवलयमाला 57-24,26. I 327. समराइच्च कहा, पृ. 240।
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