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संदर्भ और टिप्पणियाँ
1. कुवलयमाला 95.7। 2. तत्रैव, 95.8-91 3. भारतीय पुरातत्व विभाग के महानिदेशक का वाधिक विवरण, 1902-3 प्लेट, 34. । 4. मालवीय बद्रीनाथ, 1960-विष्णु धर्मोत्तर में मूर्तिकला 5. तत्रैव, पृ. 30 6. उ.-कुव.इ. पृ. 123 7. कादम्बरी, अनु. 139 8. हर्ष. पृ. 158 9. कुवलयमाला 120, 15, 16 । 10. जै.-भा. सं. यो, पृ. 348। 11. जै.-भा. सं. यो.-पृ. 354, 55 12. अकोटा ब्रोन्जेज-उमाकान्त शाह 13. रिसर्चर, 1 पृ. 18. 14. कुवलयमाला, 93-17.18 15. उ. त्कुव, ई, पृ. 122 16. रामायण, सुन्दरकाण्ड, 18, 14, 4 17. तत्रैव अयोध्याकान्ड़ 15,8 18. 'स्वालंकृता: समाकन्या:; द्रोण पर्व, 58, 20 19. ललितविस्तर, अध्याय 7, पृ. 61 20. उ.-कुव. इ. पृ., 122, 21. कुवलयमाला 97.2 22. तत्रैव-249, 19, 23. हर्षचरित्र- पृ. 144 24. अष्टाध्यायी 6.7.74 25. बुद्धचरित्र, 5-22 26. अ-छ. अ, पृ. 62
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