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________________ पृथ्वीचं अने गुणसागरनुं चरित्र. १३ए त्यां जश्ने में विचाघु जे ते वीटीमां मणि ने, माटे तेने जलमां नारखी ते जल जो बांटुं तथा ते जल सींचं, तो तेथी आकन्या जीवती थाय ? एम विचारीने पूर्वोक्त रीतें जल,मणिसाथै मेलवीने बांट्यु, तथा ते जल सर्पदंश उपर पण सींच्युं तेथी ते कन्या तुरत दुशीयार था वेठी थ. ने मुने जोवा लागी. जोड्ने लगा आणी पोताना वस्त्रे करी शरीर सर्व ढांकी निसासो मूकी सखीयोने पूवा लागी के हे सखीयो ! तमो अश्रुयुक्त मुखवाली यो बतां हसो केम बो ? तथा ा कामदेव समान पुरुष कोण ? तेवारें सखीयोयें कह्यु के हे बेहेन! तमने तो सर्पमंश थयो हतो तेथी काष्ठवत् थ६ गयां हतां, तो ते सर्पनुं विष, या मदनावतार पुरुचे हस्तगत मुश्किा रत्नजलना सिंचनथी नाश कयं अने तमोने जीवतां कस्यां ? तो अमो पण प्रथम तमोने सर्पमंश थयो तेथी तमारा जीववानी अाशा बोडी द इने शोकाक्रांत थ रुदन करतीयो हती, तेवामां आ परोपकारी पुरु धावी बापने जीवतां कयां तेनो हर्ष थवाथी अमो हसवा लागीयो बेयें. अर्थात् तमो मरणशरण थयां एवं जागी अश्रयुक्त मुखवालीयो हतीयो अने पानां तमो जीवतां थयां माटे हसितवदन अमो थश्यो बेयें. श्रा सर्व हकिगत सखीयोना मुखथी सांजलीने ते कन्या विस्मय पामी. अने सरागदृष्टिथी मारी सामुं जोइने कहेवा लागी के, हे सखि! मारी मुश्किा क्यां गई? तेवारें सखियोयें कह्यु के ते मुश्किा या पुण्य पुरुष ग्रहण करी तमोने जीवाडेला . एवं वचन सांजली ते वरखत कृतज्ञपणाथी तथा प्रत्युपकारनी वांबायें करी लगार्थी कामरसेंथी को श्क एवा अनिर्वचनीय रसने अनुनवती हवी. तेवा अवसरने विषे चोपदारना मुखथी ते बनेगुं सर्व वृत्तांत सांननीने ते कन्यानो पिता जे गांधर्व राजा ते त्यां श्रावीने चाकरना मुखथी मने श्री ध्वज राजानो या पुत्र , एम मानीने कहेवा लग्यो के हे वदान्य ! मारी पुत्रीने प्राणदान देवाथी तमो अमोने माननीय नो.या पुत्री थापवाथी पण तमारो उपकार वालवाने ढुं समर्थ नथी. माटे या कन्यानी मुश्किा ले वाथी पूर्व लम तो थइज रह्यं रे तथापि अमारा मनने आनंद देवा माटे तमो या कन्यानुं पाणिग्रहण करो. तेवारें मे कह्यु जे जेम आप बाझा करो बो, ते करवुज मने घटे .
SR No.010252
Book TitleJain Katha Ratna Kosh Part 07
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBhimsinh Manek Shravak Mumbai
PublisherShravak Bhimsinh Manek
Publication Year1892
Total Pages517
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size66 MB
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