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________________ अर्थदीपिका, अर्थ तथा कथा सदित. ३०१ यो संसार रऊनशे एवां कटुक फल जाणीने कोइने धर्मनेविषे अंतराय करशो नही. जून धर्मने विघ्नकरनारी वाणीनां फल ! ! वे देवकुमारराजा तो इंनी पेरे श्रवतस्यो ने के शुं ? पोषधने पहेले दि बसें घोषणा करावे के काले पर्वदिवस ने माटे राजानी सायें सर्व सम्म तादिक यावी पोपध करजो एम घणाकाल घणा लोकोनी साथे पोषध व्रत आराधतो वो एकदा ते देवकुमारराजा शत्रुना देशमध्ये स्वयनंरमण समु इन वेज सरखा पोताना सैन्यने लइ गयो तिहां वैरी राजा पण पोतानां सैन्य लइ सन्मुख लडवा श्राव्यो ते वखत दिवस अस्त थयो माटे प्रजा तें युनो ठराव कस्यो पण प्रजातें तो अष्टमी पर्वनो दिवस श्राव्यो जाली पोपधनो दिवसले माटे युद्धनो समारंभ याय नही तेथी देवकुमारराजायें साहामा राजाने कहेवराव्युं के प्रजातें श्रमे युद्ध नही करचं तेने वेरी रा जायें कयुं के मारे तो युद्ध कर बे माटे तमे तैयार रहेजो. ते राजानुं वचन सांजलीने मंत्री प्रमुख सर्वे मली देवकुमारराजाने घ लोए वास्यो तो पण राजायें तो पोपध लीधो ते वात वैरीराजायें सांन ली तेवारे ते घणोज खुशी थयो केम के पीराजाने एवं बल क्यांथी म जे ? पछी ते राजायें समुझना पूरनी पेठे चतुरंगिणी सेना लइ आवीने वे वकुमार राजाना सर्वसैन्यने वींटी लीधुं तेवारें सैन्यना सुनटादिक मंत्री प्र मुख सर्व मलीने देवकुमार राजानी पासे शीघ्रपणे खावी प्रणाम करी वैरी राजानुं स्वरूप समजावता हवा के हे राजन् ! युद्धनो हुकुम करो तो श्रमे राजा साथ संग्राम करीयें ने तमें पण तैयार या पती अवसरें पोषध जो हमलां तो लडाइनो अवसर ने कफना रोगीने साकर खापवानुं बने नही माटे तैयार था नहीं तो घणो अनर्थ थशे एवी युक्तियें करी शु नवचनथी घणुं कथं परंतु राजानुं मन लगारमात्र पण पोषधमांथी म युं नहीं पोषधने मनेकरीने पण न विराधतो हवो. तेथी प्रधानादिकने सं ग्रामनी श्राज्ञा श्रापी नहीं अने ते सचिवादिक प्रत्ये राजा कहेवा लाग्यो के हे मुग्धबुद्धिना ! एवो कोण मूर्ख बे के जे इह लोकना किंचित् सु पर वने विषे सुखकारी एवा ए पोषधव्रतनी विराधना करे. मा टे महारे पर्ये कोइ लेशमात्र पण क्लेश करशो नही. पोताना आत्माना रक्षण निमित्तें जेम तमारी वेरीराजानें मलवादिकनी रुचि होय तेम करो. खने
SR No.010249
Book TitleJain Katha Ratna Kosh Part 04
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBhimsinh Manek Shravak Mumbai
PublisherShravak Bhimsinh Manek
Publication Year1891
Total Pages477
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size63 MB
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