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निरञ्जन निर्विकारी हो, 'निजानन्दरसविहारी हो। । सदा कल्याणकारी हो, जो ईश्वर हो तो ऐसा हो । , न जगजंजाल रचता हो, करम फलका न दाता हो । वह सब बातों का ज्ञाता हो, जो ईश्वर हो तो ऐसा हो।' वह सच्चिदानन्दरूपी हो, ज्ञानमय शिवसरूपी हो। आप कल्याणरूपी हो, जो ईश्वर हो तो ऐसा हो। जिस ईश्वरके ध्यान सेती, बने ईश्वर कहै न्यामत ।, वही ईश्वर हमारा है, जो ईश्वर हो तो ऐसा हो ।।