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दो कछुए:
इन्द्रियों को यह दासता ? प्रतिसंलीनता के भेद इन्द्रिय-प्रतिसंलीनता इन्द्रियों का स्वरूप इन्द्रिय-विषयों में आसक्ति का वर्जन इन्द्रिय प्रति लीनता के दो रूप संग त्यागो! वीतरागता के तीन सोपान पांच भेद फपाय-प्रतिसंलीनता अन्तरंग दोष तीन श्रेणी : मुद्ध-गांत-प्रशांत क्रोधोत्पत्ति के कारण क्रोध को विफल कैसे करें ? एक तीर : तीन गिकार मान से हानि मदस्पान अभिमान को जसे जीत ? माया से दूर हो माया रे दुरफल माया विजय लोग सर्वनाम है मंतोष से लोन को जीतो मोग-प्रतिसंलीनता लोग की परिभाषा