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मैदा करने को देनी चाही तब किसीबुद्धिमान की निगाह में वह कनक चढ़गई तो उस बुद्धिमान ने कहा कि अरे ! इन गेहुंओं में तो कंकर रले हुए हैं इन से पक्कान्न किर किरा हो जावेगा सो इन कंकरों को निकाल के मैदा कराना चाहिये । तब वह पूर्वक पुरुष कहता भया कि इसमें कंकर कहां हैं ? तो फिर बुद्धिमान ने कहा कि तुझे गर्मी के गुबारे करके कम नज़र आता है, ला मैं निकाल कर तेरेहाथ में धरदूं ॥ ऐसे ही यह भी जानलो इत्यर्थः ॥
॥ श्रीरस्तु जगता मिति ॥
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