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छठा अध्याय]
ज्ञान-लाभके उपाय।
शिक्षाका विषय या
विद्या
अन्तर्जगत्-विषयक
बहिर्जगत्-विषयक
आत्मविज्ञान
sawan
न्यायादि मनोवि- गणित दर्शन ज्ञान अर्थात् कालमूलक
और स्थानमूलक विद्या
जड़विज्ञान जीवविज्ञान नैतिक ( अर्थात्
जीवनके सज्ञान
कार्यविषयक) उद्भिविद्या प्राणिविद्या विज्ञान ।
स्थूलजड़ भूविधा ज्योतिः रसायन ध्वनि प्रकाश- ताप विद्युद्धि- चुंबई
विज्ञान विज्ञान विज्ञान ज्ञान विज्ञान (जड़की स्थिति, गति)
विज्ञान
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भांपा इतिहासः समाजनीति अर्थनीति राजनीति धर्मनीति साहित्य
और शिल्प ऊपर जो विद्याकी श्रेणियोंका विभाग किया गया है वह असंपूर्ण है, और श्रेणीविभागके नियमानुसार सत्र अंशमें न्यायसंगत भी नहीं है। यह केवल आलोचनाके सुभीतेके लिए मोटे तौर पर एक प्रकारका विभागमात्र है।
ज्ञान०-७