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प्रकरण १ आलोच्य कविता का सामूहिक परिवेश तथा पृष्ठभूमि
१. जैन धर्म साधना, जैन धर्म की प्राचीनता, भारतीय संस्कृति में जैन संस्कृति का .
स्थान, जैनदर्शन के प्रमुख सिद्धांत, सम्प्रदायभेद और उसके कारण, जैनधर्म की दार्शनिक आध्यात्मिक चेतना पर दृष्टिपात ।
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२. जैन साहित्य का स्वरूप, महत्त्व तथा उसकी प्रमुख प्रवृत्तियां, गूर्जर जैन
साहित्यकार और उनके हिन्दी में रचना करने के कारण। ..
३. पृष्ठभूमि ( १७वीं तथा १८वीं शती)
(क) ऐतिहासिक पृष्ठभूमि (ख) राजनीतिक पृष्ठभूमि (ग) धार्मिक पृष्ठभूमि
(घ) सामाजिक पृष्ठभूमि _ (च) साहित्यिक पृष्ठभूमि