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दिगम्बर जैन साधु मुनिश्री नेमिसागरजी महाराज
आपका जन्म राजस्थान प्रदेश के प्रमुख नगर जयपुर में हुआ था। आपके पिता का नाम जमनालालजी एवं . माता का नाम गुलाबबाई था । सं० २०२१ में आपने श्री गजपंथाजी के पुण्य तीर्थ पर क्षल्लक दीक्षा ली एवं मुनि दीक्षा (महाराष्ट्र ) औरंगाबाद में श्री सन्मतिसागरजी से ले ली। पश्चात वे गुरु के साथ विहार करते रहे एवं अनेकों भाइयों को उपदेश देकर उनका कल्याण किया । वे महान
तपस्वी थे और व्रत उपवास करते ही रहते थे। आप १-१ . माह के उपवास करते थे । गाजियाबाद दिल्ली में आपकी
समाधि हुआ।
मुनिश्री विमलसागरजी महाराज
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श्री १०८ श्री विमलसागरजी महाराज का जन्म राजस्थान के जयपुर राज्य में प्रति ही सुरम्य गांव दोसा में धर्मात्मा श्रेष्ठी श्री भुरामलजी की धर्म परिन गेंदीबाई . छाबड़ा जाति खण्डेलवाल की कुक्षी से सं० १९६६ वैसाख शुक्ला ९ शुभ तिथि शुभ दिन में हुआ। आपका जन्म नाम सोभागमल रखा गया। आप क्रम क्रम से वृद्धि को प्राप्त हुये । माता पिता ने आपको पाठशाला में विद्याध्ययनार्थ : रक्खा । १५ वर्ष की उम्र में ही आपकी शादी करा दी। आपकी धर्म पनि श्री कस्तूरीबाई से धर्मचन्द नामक पुत्र रत्न उत्पन्न हुआ । आप अपने माता पिता के इकलौते पुत्र । थे और आपके भी एक ही पुत्र रत्न हुआ।